tag:blogger.com,1999:blog-2801459089448080595.post2067591710103612450..comments2023-09-28T07:09:50.183-07:00Comments on आगंतुक: तेरी आँखे उदास करती है....!!!सुरकण्डा के आँचल सेhttp://www.blogger.com/profile/09593655649639996969noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2801459089448080595.post-63328587209008163352011-05-27T05:22:03.545-07:002011-05-27T05:22:03.545-07:00रास्ते को ताकते रहोगे तो आंखे तो पथरायेंगी ही .उदा...रास्ते को ताकते रहोगे तो आंखे तो पथरायेंगी ही .उदास प्रेम की जगह कहीं और भी मन लगाना होगागिरधारी खंकरियालhttps://www.blogger.com/profile/07381956923897436315noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2801459089448080595.post-42198841588331211022011-05-24T23:10:02.477-07:002011-05-24T23:10:02.477-07:00कुछ पंक्तियाँ आपके ऑर मेरे बीच अक्सर घूमती हैं
उन...कुछ पंक्तियाँ आपके ऑर मेरे बीच अक्सर घूमती हैं <br />उन्ही को यहाँ लिख रही हूँ .. <br />"प्रेम उस देश का पंछी है ...जहाँ पेड़ नही होते .....!" <br /> <br />आपकी रचना बुहुत खूब है...! <br />आप इसी प्रकार लिखते रहें..Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/00339050188010449841noreply@blogger.com