Friday, November 2, 2012

कभी नाकाम न होवोगे.....!!!

मिलन की आरजू करना...
सफ़र की जुस्तजू करना....
जो तुम मायूस हो जाओ
तो मुझ से गुफ्तगू करना....

ये अक्सर हो भी जाता है ..

की कोई खो भी जाता है....
मुकद्दर को सताओगे
तो फिर ये ..
सो भी जाता है....!!!



 अगर तुम हौसला रखो....
वफ़ा का सिलसिला रखो...
जो तुम से प्यार कर बैठे
तो उस से राब्ता रखो....!!!


मै ये दावे से

कहता हूँ....
कभी बदनाम न होवोगे
मोहब्बत को समझ जाओ...
कभी नाकाम न होवोगे.....!!!

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