सुना है
चाँद निकला था ...!!!
सुना है
ईद भी हो गई .
.हमें तो
आसमान पर दूर तक ...
कुछ भी नहीं दिखा था ....
कहाँ
वो चाँद निकला था ..
कि जिसके वास्ते
हमने
कभी पलकें नहीं झपकाई ....
वो जिसका
रास्ता तकते ....ही ...
गुजारी है
जिंदगी अपनी ..
नहीं कुछ भी यकीन
कि वो ..निकलेगा
तो कब आखिर ...?..
हमारी मुन्तजिर
आँखों को ...
उसकी
दीद कब होगी ..?
अभी
तुम हमसे
मत पूछो ..
हमारी ईद कब होगी ….!!!
चाँद निकला था ...!!!
सुना है
ईद भी हो गई .
.हमें तो
आसमान पर दूर तक ...
कुछ भी नहीं दिखा था ....
कहाँ
वो चाँद निकला था ..
कि जिसके वास्ते
हमने
कभी पलकें नहीं झपकाई ....
वो जिसका
रास्ता तकते ....ही ...
गुजारी है
जिंदगी अपनी ..
नहीं कुछ भी यकीन
कि वो ..निकलेगा
तो कब आखिर ...?..
हमारी मुन्तजिर
आँखों को ...
उसकी
दीद कब होगी ..?
अभी
तुम हमसे
मत पूछो ..
हमारी ईद कब होगी ….!!!
बहुत खूब
ReplyDeleteसुंदर
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