सुनो .... !!!
मोहब्बत मेहरबान होगी
परेशान तुम नहीं होना
कभी छुप कर नहीं रोना
कभी उदास मत होना .... !!!
जुदाई जहर होती है
मुझे मालूम है लेकिन
फ़िराक ओ हिज्र का मौसम
यक़ीनन बीत जायेगा ....!!!
यक़ीनन वस्ल के लम्हे
दोबारा लौट आयेंगे
वही शामें ,वही रातें
वही किस्से वही बातें
वही फिर दास्तान होगी
सुनो ....
मोहब्बत मेहरबान होगी …!!!
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