सुनो .....!!!
जब पंछी सारे उड़ जाएँ
हर सिम्त
अँधेरा छा जाए
जब गुजरी बातें
याद आयें
और बीती बातें
तडपाये
मत तन्हा तन्हा
घबराना ....
तुम पास हमारे
आ जाना ...
जब कोई दिन में
शाम करे ....
या
लब की हँसी
बदनाम करे ....
जब दर्द
सुकून का
नाम ना ले ......
या रातों की
नींद
हराम करे .......!!!मत तन्हा तन्हा
घबराना ....
तुम पास हमारे
आ जाना ...
दिल प्रीत हमारी
दुहराए .......
या रीत पुरानी
याद आये .....
जब
मिलने को भी
दिल चाहे .....
और प्यार
भरा दिल ना पाए ....मत तन्हा तन्हा
घबराना ....
तुम पास हमारे
आ जाना .......!!!!
हर सिम्त
अँधेरा छा जाए
जब गुजरी बातें
याद आयें
और बीती बातें
तडपाये
मत तन्हा तन्हा
घबराना ....
तुम पास हमारे
आ जाना ...
जब कोई दिन में
शाम करे ....
या
लब की हँसी
बदनाम करे ....
जब दर्द
सुकून का
नाम ना ले ......
या रातों की
नींद
हराम करे .......!!!मत तन्हा तन्हा
घबराना ....
तुम पास हमारे
आ जाना ...
दिल प्रीत हमारी
दुहराए .......
या रीत पुरानी
याद आये .....
जब
मिलने को भी
दिल चाहे .....
और प्यार
भरा दिल ना पाए ....मत तन्हा तन्हा
घबराना ....
तुम पास हमारे
आ जाना .......!!!!
बहुत खूब
ReplyDelete"जब कोई दिन में शाम करे
लब की हँसी बदनाम करे"
आभार ..राकेश जी ......!!! बहुत शुक्रिया .....!!!
Deleteआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा शनिवार (9-2-2013) के चर्चा मंच पर भी है ।
ReplyDeleteसूचनार्थ!
शुक्रिया .....बहुत शुक्रिया ......हार्दिक धन्यवाद ....!!!
Deleteभावनाओ को बिम्ब देती बहुत ही प्यारी और बेहतरीन कविताई ,प्रेम और प्रेमी के मनोभावों का सटीक वर्णन ,शुभकामनाए
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