बड़े मासूम जज्बों से
वो अपने शोख हाथो पर
वफ़ा की
सुर्ख मेहंदी से
उसी का
नाम लिखती है ....!!!
जिसे वो प्यार
करती है .....
मगर वो
ना-समझ लड़की
अभी तक
ये नहीं समझी .....
कि सपने
टूट जाएँ तो
बहुत
बर्बाद करते है ....!!!
ये उजले रंग
होंठों पर
कभी
ठहरा नहीं करते ....!!!
मोहब्बत तो
हकीकत है
कोई सपना नहीं होता ....!!!
किसी का
नाम लिखने से
कोई अपना नहीं होता ...!!!
वो अपने शोख हाथो पर
वफ़ा की
सुर्ख मेहंदी से
उसी का
नाम लिखती है ....!!!
जिसे वो प्यार
करती है .....
मगर वो
ना-समझ लड़की
अभी तक
ये नहीं समझी .....
कि सपने
टूट जाएँ तो
बहुत
बर्बाद करते है ....!!!
ये उजले रंग
होंठों पर
कभी
ठहरा नहीं करते ....!!!
मोहब्बत तो
हकीकत है
कोई सपना नहीं होता ....!!!
किसी का
नाम लिखने से
कोई अपना नहीं होता ...!!!
बहुत खूब
ReplyDeleteभावपूर्ण रचना...
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