Saturday, April 2, 2011

चलो बातें करते हैं...


चलो बातें करते हैं...

फलक की गोद में सिमटे
सितारे थक के
सो जाएँ ....!!!


ज़मीन  पर बिखरे मंजर
सब के सब हैरान
हो जाएँ.....!!!

 
उतरती अप्सराएँ भी
शोर करना ही
भूल  जाएँ...!!!

हवाएं हैरत से
थम जाएँ......!!!

चलो बातें करते हैं 
बिना मतलब
बिना मकसद ........


चलो ना
बोलते जाएँ ......!!!
चलो बातें करें इतनी
कि एक लम्हा
जरा सा भी
रुक कर तुम्हे भी
कुछ सोचना
दुश्वार हो जाये....!!!


और ऐसे में
अचानक
तुम्हारी जुबान से  
ये निकल जाये ..
"हाँ" मै  तुम्हारी हूँ आनंद !!!





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